High Inflation Rise in Price: महंगाई ने छुआ 211 फीसदी का डरावना आंकड़ा, इस लैटिन अमेरिकी देश की सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों का फिलहाल कोई असर होता नहीं दिखाई दे रहा. आशंका जताई गई है कि फरवरी तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाएगा. हर छोटी-बड़ी चीजों की कीमत आसमान छूने लगी है और जनता की जेबें खाली हो चुकी हैं. आइए समझते हैं ऐसा क्यों हो रहा है.
Rise in Price
किसी भी देश के लिए महंगाई का मुद्दा बेहद संवेदनशील होता है। इसमें होने वाली थोड़ी सी भी उठापटक लोगों का बजट बिगाड़कर रख देती है। मगर, सोचिए अगर किसी देश में महंगाई 200 फीसदी से भी ज्यादा उछल जाए तो वहां की जनता पर क्या गुजरेगी। कुछ ऐसी ही विकराल समस्या का सामना लैटिन अमेरिकी देश अर्जेंटीना की जनता कर रही है। वहां महंगाई में लगभग 211 फीसदी का उछाल आ गया है। हर छोटी-बड़ी चीजों की कीमत आसमान छूने लगी है और जनता की जेबें खाली हो चुकी हैं। आइए समझते हैं ऐसा क्यों हो रहा है।
अर्जेंटीना की मुद्रा पेसो का मूल्य हुआ आधा
अर्जेंटीना की मुद्रा पेसो का मूल्य हुआ आधा रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जेंटीना की मुद्रा पेसो का अवमूल्यन कर दिया गया है। राष्ट्रपति जेवियर मिलेई की नई सरकार ने पेसो का मूल्य आधा कर दिया है। इसके चलते महंगाई में तेजी से उछाल आया और यह 2023 में 211 फीसदी के आंकड़े को पार कर गई। सरकारी सांख्यिकीय एजेंसी आईएनडीईसी (INDEC) के मुताबिक, देश में महंगाई तीन दशक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है।”
ब्याज दरें भी बढ़ चुकी हैं लगभग 133 फीसदी
जानकारी के अनुसार, देश में हालत इतने खराब हैं कि सालाना आंकड़ों के आधार पर देश में महंगाई पड़ोसी देश वेनेजुएला जैसी स्थिति में पहुंच गई है. अर्जेंटीना दक्षिण अमेरिका में सबसे ज्यादा महंगाई वाला देश बन गया है. देश में ब्याज दरें भी लगभग 133 फीसदी बढ़ चुकी हैं. जेवियर मिलेई की सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से भी जनता को कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। साल 2022 में देश में महंगाई दर 95 फीसदी पर थी, और यह सिर्फ एक साल में दोगुनी से ज्यादा हो गई है। दिसंबर 2023 में मासिक महंगाई दर 25.5 फीसदी पहुंच गई, जबकि नवंबर में यह 12.8 फीसदी रही थी। सरकार ने इसके 30 फीसदी पर पहुंचने की आशंका जताई थी।
फिलहाल नहीं नजर आ रहा कोई रास्ता
फिलहाल नहीं नजर आ रहा कोई रास्ता। पिछले ही हफ्ते आईएमएफ ने अर्जेंटीना को 4.7 अरब डॉलर की मदद मुहैया कराने का फैसला लिया था। देश में खाने-पीने की चीजें भी बहुत महंगी हो चुकी हैं। अर्जेंटीना की परचेजिंग पावर दिसंबर में लगभग 10 फीसदी घटी है, जबकि देश में सामानों की बिक्री 13.7 फीसदी कम हो गई है। फरवरी अंत तक इस स्थिति में सुधार की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही है।